Updated On कैंसर जानलेवा बीमारी है और इससे बचने के लिए बहुत सावधानी की जरूरत होती है। यदि इसके शुरुआती चरण में ही इसका पता चल जाए तो भी मरीज को बचाया जा सकता है, लेकिन कई बार इस बीमारी का पता ही तब चलता है, जब यह आखिरी स्टेज पर पहुंच चुका रहता है। वैसे, खानपान में कुछ चीजें लगातार लेने से इस बीमारी के होने की संभावना नहीं के बराबर होती है।
1. लहसुन
लहसुन में पर्याप्त मात्रा में सल्फर पाया जाता है। इसके अलावा ये आर्जिनिन, फ्लेवेनॉयड्स और सेलेनियम के गुणों से भी भरपूर होता है। कई अध्ययनों के अनुसार, लहसुन के सेवन से पेट का कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। लहसुन और प्याज में पाया जाने वाला सल्फर कंपाउंड बड़ी आंत, स्तन, फेफेड़े और प्रोस्टेट कैंसर की सेल्स को खत्म कर देता है। इसके अलावा लहसुन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को कम करके शरीर में ट्यूमर होने के चांस को कम कर देता है।
2. ग्रीन-टी
ग्रीन-टी में मौजूद एंटीआक्सीडेंट शरीर के फ्री रेडीकल्स को नष्ट कर इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इससे शरीर में बीमारियां होने का खतरा कम होता है और शरीर रोग-मुक्त होता है। हाल ही में सामने आए कई शोध और अध्ययनों के नतीजों में सामने आया है, कि ग्रीन-टी कैंसर से लड़ने में बहुत मददगार है। इसमें मौजूद एपीगेलोकेटेचिन-3 गैलेट(ईजीसीजी) कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद करता है। ग्रीन-टी मुंह के कैंसर के लिए भी बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। कैंसर के मरीजों के लिए ग्रीन-टी का सेवन करना बहुत लाभदायक साबित हो सकता है।
3. जामुन
जामुन स्वाद में तो अच्छा होता ही है और इसके कई सारे हेल्दी बेनिफिट्स भी होते हैं। जामुन का सेवन कैंसर के खतरे को कम करता है, क्योंकि इसमें कई बायोएक्टिव फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जिनमें पॉलीफेनल भी है। इसमें एंथोसाइनिन होता है, जो कि कैंसर सेल्स से लड़ने में मदद करता है। इसके आलावा कीमोथेरेपी या रेडिएशन सेशन कराने वाले लोगों के लिए जामुन के जूस का सेवन काफी फायदेमंद होता है। जामुन में मौजूद एंथोसायनिन, फ्लेवोनोइड्स, एलाजिक एसिड और गैलिक एसिड ऑर्गन्स पर एंटी-कार्सिनोजेनिक प्रभाव डालते हैं।
साथ ही हम सभी के घरों में अदरक का इस्तेमाल सर्दी, खांसी और कब्ज़ जैसी बीमारियों की रोकथाम में किया जाता है। अदरक को उसके मूल रूप में तो प्रयोग में लाया जाता ही है। साथ ही इसे सुखाकर पाउडर के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। हर रोज अदरक की एक निश्चित मात्रा का सेवन करने से सर्दी-जुकाम से बचाव रहता है। वहीं साथ इसमें पाए जाने वाले तत्व शरीर में कैंसर के खतरे को भी कम करते हैं।
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4. टमाटर
टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटोरी और एंटीकैंसर जैसे सारे गुण मौजूद होते हैं। टमाटर आपको प्रॉस्टेट कैंसर, ओवेरियन कैंसर, लंग कैंसर, पेट का कैंसर और हड्डियों का कैंसर इन 5 तरह के कैंसर से सुरक्षित रख सकता है। कई रिसर्च और स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है, कि टमाटर में मौजूद लाइकोपीन एक पावरफुल एंटीकैंसर प्रॉपर्टी है और लाइकोपीन के हाई इन्टेक कैंसर से भी बचा जा सकता है।
साथ ही कुछ ऐसे व्यक्ति जिन्हें पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं हैं, तो उनके लिए टमाटर काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। टमाटर कब्ज़ और डायरिया दोनों ही दिक्कतों को दूर करने में मदद करता है। साथ ही टमाटर शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर जॉन्डिस से बचाने में भी मदद करता है। इसकी वजह ये है कि टमाटर में काफी मात्रा में फाइबर होता है, जिससे कब्ज़ से छुटकारा मिल सकता है।
5. ब्रोकली
सब्जियों की बात की जाए, तो फूलगोभी और ब्रोकली कैंसर के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। यह सब्जी में डिटॉक्सीफिकेशन एंजाइम को बनाने में मदद करती हैं। इससे कैंसर की सेल्स की खत्म होती है और ट्यूमर को बढ़ने से रोकती हैं। दोनों सब्जियां फेफड़े, प्रोस्टेट, मूत्राशय और पेट के कैंसर का जोखिम को कम करती हैं।
इसके अलावा फलों में पपीता, कीनू और संतरे भी कैंसर में फायदेमंद होते हैं। इन फलों में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो लीवर में होने वाले कार्सिनोजन को खत्म कर देते हैं। वहीं, कीनू और उसके छिलके में पाए जाने वाले फ्लेवनोइड्स और नोबिलेटिन तत्व कैंसर की सेल्स को बनने से रोकते हैं। इसके अलावा अंगूर एंथोसायनिन और पॉलीफेनॉल्स से शरीर में कैंसर के कणों का उत्पादन कम करता है।
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