Home Health Tips एक चम्मच एलोवेरा से होंगे ये Amazing फायदे

एक चम्मच एलोवेरा से होंगे ये Amazing फायदे

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एलोवेरा को घृतकुमारी के नाम से भी जाना जाता है, यह एक तरह का छोटा सा कटीला पौधा होता है जिसकी पत्तियों में ढेर सारा जेल भरा होता है। एलोवेरा का जूस, बहुत फायदेमंद होता है। इसमें कई प्रकार के प्रोटीन और विटामिन होते है जो शरीर को स्‍वस्‍थ बनाते है हम आपको एलोवेरा के कुछ खास फायदों के बारे में बता रहे हैं।

1. कब्ज़ 

एलोवेरा जूस में एंटी – ऑक्‍सीडेंट भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर की अधिकांश बीमारियों को ठीक कर देते है। इसे पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता और प्रतिरक्षा क्षमता दोनों का ही विकास होता है। कब्‍ज एक बहुत ही परेशान कर देने वाली बीमारी है। अगर इसका इलाज समय पर नहीं किया गया तो यह पाइल्‍स का रूप भी ले सकती है। जिन लोंगो का पेट सुबह साफ नहीं होता है उन्‍हें एलो वेरा से काफी ज्‍यादा फायदा मिल सकता है। एलोवेरा नेचर में चिपचिपा होता है इसलिये यह पेट में जाते ही गंदगी को बाहर ढकेलता है। जिससे कब्‍ज की समस्‍या दो या तीन दिन में ही ठीक हो जाती है। एक चम्मच एलोवेरा के रस में 2 -3 चम्मच कैस्टर ऑयल मिलाकर रात में पिएं।

2. खांसी, कफ और गले की खराश  

 

मानसून बदलते ही गले में खराश होना आम बात है। ऐसे में खांसी, गले में कांटे जैसी चुभन, खिचखिच और बोलने में तकलीफ जैसी समस्याएं आती हैं। ऐसा बैक्टीरिया और वायरस के कारण होता है। आप इस समस्या से बचने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा सिर्फ खूबसूरती को बढ़ाने का काम नहीं करती, बल्कि ये कई बीमारियों के लिए असरदार उपाय भी है। आप एलोवेरा का टुकड़ा गर्म करके उसका गूदा निकाले लें। इसमें काली मिर्च और काला नमक डालकर चूसें।

3. बच्चों का बिस्तर गीला करना    

सोते समय बिस्तर में पेशाब कर देना एक आम बात है, लेकिन यही अगर बच्चा 4 से 10 साल की उम्र में भी बिस्तर में पेशाब करता है, तो यह कोई सामान्य बात नहीं है। आपको किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेकर बच्चे का इलाज करना चाहिए और आप चाहे तो इस समस्या को दूर करने के लिए आप इस नुस्खें का उपयोग कर सकते हैं यह बच्चे के लिए बहुत लाभदायक साबित हो सकता है। आप एलोवेरा जैल में भुने हुए काले तिल और गुड़ मिलाकर उसका लड्डू बनाकर छोटे बच्चों को खिलाएं।

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4. आंतों में इन्फेक्शन या अल्सर   

जब आप खाना खाते है और वे सही प्रकार से नहीं पच पाता तो इससे पाचन क्रिया पर असर पड़ता है। इससे कई प्रकार की बीमारियां शुरू हो जाती हैं। पेट का सीधा संबंध सेहत से होता है। एलोवेरा जूस से पेट के अंदरूनी सफाई हो जाती है। इससे पाचन से संबंधित कई प्रकार की समस्याएं खत्म हो जाती हैं। डायरिया और कब्ज जैसे प्रॉब्लम्स कोसों दूर रहती हैं। पेट के कैंसर की संभावनाएं भी काफी कम हो जाती हैं। यह पेट के एक्स्ट्रा बैक्टीरिया को मारकर आंतों को सुरक्षित रखता है। आप एलोवेरा के गूदे को दूध के साथ लेने पर बहुत फायदा होता है।

5. स्किन डिजीज

एलोवेरा में मौजूद तत्व धूप, धूल, प्रदूषण की वजह से स्किन में होने वाली कई प्रकार की समस्याओं से दूर रखते हैं। ये चेहरे पर होने वाले पिंपल्स, कील-मुहांसे, दाग-धब्बों से छुटकारा दिलाता है। एलोवेरा जूस में पानी की अधिक मात्रा एस्ट्रिंजेंट की तरह काम करती है, साथ ही बॉडी को हाइड्रेट भी रखती है। इसके अलावा ऐलोवेरा जूस स्किन को कई तरह के इंफेक्शन से भी बचाता है। इस तरह से एलोवेरा आपके लिए कई तरह से फायदेमंद है और ये प्राकृतिक तरीके से बिना किसी साइड इफेक्ट के काम करता है। रोज सुबह एक चम्मच एलोवेरा जूस लेने से बॉडी डिटॉक्स होती है। स्किन सॉफ्ट और ग्लोइंग बनती है।

6. कमर का दर्द  

अधिकतर लोगों की कमर में दर्द होना एक बहुत आम समस्या बन गया है। कमर में दर्द कुछ लोगों को कमर के बीच में भी दर्द रहने की शिकायत रहती है और कुछ लोगों को कमर के नीचे भी दर्द महसूस होता है। कभी कभार जब दर्द ज़्यादा फैल जाता है तो ये कूल्हों तक पहुंच जाता है, जिससे काम करने में बहुत परेशानी होने लगती है। आप उस वक़्त दर्द को कम करने के लिए दवाई तो ले लेते हैं, लेकिन वो बीमारी उस वक़्त पूरी तरह से खत्म नहीं होती जो बाद में भी आपको परेशान करती है। आप इस समस्या को कम करने के लिए आप इस घरेलू उपाय का प्रयोग कर सकते हैं। आप आटे में एलोवेरा का गूदा मिलाकर उसकी रोटी बनाकर खाने से कमर का दर्द दूर होता है।

7. प्रोस्टेट, आर्थराइटिस प्रॉब्लम     

प्रोस्टेट एक ग्रंथि है जो केवल पुरुषों में ही होती है। यह एक अखरोट के आकार के बराबर होता है पुरुषों की उम्र बढ़ने के साथ-साथ प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार बढ़ता जाता है। यह कई वर्षों की अवधि के दौरान होता है और कुछ पुरुषों के लिए यह मूत्राशय की समस्याएँ पैदा कर सकता है। गठिया जोड़ों की सूजन है। यह एक संयुक्त या कई जोड़ों को प्रभावित कर सकता है। विभिन्न कारणों और उपचार विधियों के साथ 100 से अधिक विभिन्न प्रकार के गठिया हैं। सबसे आम प्रकारों में से दो ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटीइड गठिया हैं। यह समस्या सबसे अधिक 65 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों में नजर आती है, लेकिन यह बच्चों, किशोर और छोटे वयस्कों में भी विकसित हो सकती है इस प्रॉब्लम से बचने के लिए आप इस घरेलू उपाय की मदद ले सकते हैं। आप भुने हुए काले तिल में गुड़ और एलोवेरा जेल को मिलाकर लड्डू बनाकर खाएं, इससे आपको काफी फायदा मिल सकता है।

8. डायबिटीज़ 

एलोवेरा के सेवन से डायबिटीज़ को कंट्रोल किया जा सकता है। कई अध्‍ययनों में भी एलोवेरा को डायबिटीज़ का इलाज के रूप में फायदेमंद माना गया है। एलोवेरा में पाया जाने वाला इमोडिन शरीर में मौजूद ग्‍लूकोज को कम करता है और एलोवेरा के सेवन से शरीर को मूसिलेज और ग्‍लूकोमेनन 2 तरह के फाइबर मिलते हैं। यह वजन को कम करने में भी मददगार होते हैं। इसके अलावा एलोवेरा में ऐसे तत्‍व पाये जाते हैं, जो इंसुलिन के स्‍तर को बनाए रखने और डायबिटीज को दूर करने में मददगार होते हैं। यदि आप रोजाना एलोवेरा जूस या 2 से 3 चम्‍मच एलोवेरा जूस का सेवन करते हैं, तो आपके शरीर का शुगर लेवल काफी हद तक कम होता है। डायबिटीज़ के रोगियों के घाव जल्‍दी नहीं भरते ऐसे में एलोवेरा एक बेहतर विकल्‍प है। एलोवेरा को पीने के साथ घाव पर लगाने से घाव भी भर जाता है और यह दर्द को दूर करने में भी काफी मददगार साबित होता है।

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