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महिलाओं में इस एक वजह से घट सकती है फर्टिलिटी, जानें कैसे बचें

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भारत में हर पांच में से एक महिला PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) की समस्या से पीड़ित है। जो महिलाएं इस समस्या से पीड़ित होती हैं, तो उन्हें इसके अलावा ओर भी अनेक तरह की बीमारियाँ होने का खतरा रहता है। आज के समय में इस रोग का महिलाओं और लड़कियों में होना आम बात हो गई है। लंबे समय तक पीसीओएस रहने से फर्टिलिटी की समस्या बढ़ जाती है। PCOS क्या है, इसके संकेत क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।

1. PCOS क्या है?

PCOS का पूरा नाम “पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम” है। महिलाओं के अंडाशय एस्ट्रोजन, प्रोगसेसट्रोरॉन जैसे महिला हार्मोन का उत्पादन करते हैं। ये हार्मोन महिलाओं में ओव्यूलेशन (अंडे के निर्माण की प्रक्रिया) में मदद करते हैं, जब इन सेक्स हार्मोन का लेवल बिगड़ जाता है, तो इसके परिणामस्वरूप अंडाशय में सिस्ट बनने लगते हैं। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक हार्मोनल विकार के कारण होने वाली बीमारी है। कुछ साल पहले तक यह समस्या 30 से 35 वर्ष की महिलाओं में ही पायी जाती थी, लेकिन अब यह समस्या 15 से 44 वर्ष की किसी भी महिला को हो सकती है।

2. PCOS क्या होता है?

डॉक्टरों का मानना ​​है, कि यह समस्या महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन, रोगियों में मोटापा या तनाव के कारण है। यह आनुवंशिक भी सकती है, शरीर में अतिरिक्त चर्बी होने के कारण एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा बढ़ने लगती है, जिसके परिणामस्वरूप अंडाशय में सिस्ट का निर्माण होता है। वर्तमान में प्रसव उम्र की दस में से एक महिला इसका शिकार हो रही है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि तनावपूर्ण जीवन जीने वाली महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम होने की संभावना अधिक होती है।

PCOS में क्या होता है?

1. इसमें पीरियड्स रेग्युलर नहीं हो पाते

PCOS का सबसे महत्वपूर्ण लक्षण अनियमित मासिक धर्म है। जो महिलाएं/लड़कियां इससे पीड़ित होती हैं, उन महिलाओं/लड़कियों को एक वर्ष में केवल 9 मासिक धर्म होते हैं या कभी-कभी उससे कम भी होते हैं। कुछ महिलाओं/लड़कियों को हैवी ब्लीडिंग की समस्या होती है और कुछ महिलाओं/लड़कियों को मासिक धर्म रुक जाने की समस्या होती है।

2. फर्टिलिटी घटती है 

फर्टिलिटी का मतलब शरीर के फैट का कम प्रतिशत होना। ओव्यूलेशन के लिए शरीर की वसा(फैट) 22% होनी चाहिए और मासिक धर्म समय पर होना चाहिए। यदि मासिक धर्म शरीर में कम वसा होने के बावजूद समय पर होते है, तो गर्भ धारण करने में अधिक समस्या होती है, क्योंकि ऐसी स्थिति में ओव्यूलेशन प्रभावित होता है।

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3. लम्बे समय तक रहने से डायबिटीज़ हो सकती है

 

पीसीओएस महिलाओं की एक आम स्वास्थ्य समस्या है। अगर सही समय पर निदान नहीं किया जाता है, तो डायबिटीज़ (मधुमेह) रोग भी हो सकता है और यह अन्य बीमारियों का कारण भी बन सकता है।

PCOS के संकेत

1. तेज़ी से वजन बढ़ना या घटना

यदि कोई भी महिला pcos(पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) से पीड़ित है, तो इसमें पीड़ित महिला का शरीर मोटा होने लगता है और अचानक कभी वजन भी तेज़ी से बढ़ जाता है और कभी कभी एकदम से शरीर का वजन कम भी होने लगता है।

2. लंबे समय तक पिंपल्स का होना

कई बार चेहरे पर पिंपल्स निकल आते हैं। पिंपल्स एक हार्मोनल असंतुलन के कारण होते है आमतौर पर मुँहासे पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के संकेत हो सकते हैं परन्तु हर बार मुँहासे को पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जोड़कर नहीं देखा जा सकता हैं।

3. चेहरे पर ज्यादा बाल आना

PCOS से पीड़ित महिलाओं के चेहरे पर घने व मोटे बाल निकलने लगते हैं। बाल न केवल चेहरे पर बल्कि निचले पेट, छाती और पीठ पर भी निकलना शुरू हो जाते हैं।

4. डिप्रेशन की प्रॉब्लम होना

PCOS वाली महिला कई बार डिप्रेशन का शिकार हो जाती है। यदि आपको ऐसे लक्षण समझ आते हैं, तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें।

PCOS से बचाव के Tips 

1. रेग्युलर एक्सरसाइज करें 

टहलना, जॉगिंग, योगा, ज़ुम्बा डांस, एरोबिक्स, साइक्लिंग, स्विमिंग, हर दिन हर तरह के ये शारीरिक व्यायाम रोज करना चाहिए। व्यायाम के साथ-साथ आप मेडिटेशन भी कर सकते हैं।

2. डाइट में फ्रूट्स, हरी सब्जियां,नट्स,बीन्स और साबुत अनाज शामिल करें 

हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के लिए और पीसीओएस के जोखिम से बचने के लिए अपने दैनिक आहार में हरी सब्जियां, फल, अनाज और डेयरी उत्पादों को शामिल करें। इसके अलावा इस बीमारी को रोकने के लिए आंवला, तुलसी, और कड़वा स्क्वैश या लोकी का रस रोजाना पिएं।

3. मीट चीज़ और टाला हुआ खाना अवॉइड करें

मीट, जंक फूड, मीठा, वसायुक्त भोजन, अत्यधिक तैलीय भोजन का सेवन ना करें। खाने में ओमेगा 3 फेटी एसिड्स से भरपूर चीज़ें शामिल करें जैसे अलसी, फिश, अखरोट आदि। दिनभर में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी अवश्य पिएं।

4. स्मोकिंग अवॉइड करें

धूम्रपान, शराब, कोल्ड ड्रिंक इन सभी चीजों से दूर रहें, क्योंकि ये शरीर को सुखा(dehydrate) कर देती हैं और अन्य बीमारियों का कारण बनती हैं। आजकल की मॉडर्न जनरेशन लेट नाइट पार्टीज जिसमें बच्चे धूम्रपान, शराब का सेवन करते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। महिलाएं भी अपनी किटी पार्टीज और पब पार्टीज में इन सभी चीज़ो का सेवन करने लगी हैं। PCOS की समस्या को दूर करने के लिए जीवनशैली को बदलना बहुत जरूरी है।

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