खराब ओरल हेल्थ के कारण दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। इस समस्या का मुख्य कारण मुंह के बैक्टीरिया है, जो ब्लड में मिलकर आर्टरीज को ब्लॉक कर देते हैं। इसके कारण हार्ट तक ब्लड की सप्लाई सही तरीके से नहीं हो पाती है। ऐसे में हार्ट अटैक के चांसेस बढ़ जाते हैं।
1. मसूड़ों का लाल होना
माउथ में पाए जाने वाले बैक्टीरिया और भोजन के कण हमारे दांतों के मुलायम मसूड़ो के ऊतको को नुकसान पहुंचाते है। अगर आपके मसूड़े लाल हो जाते है तो इसको आप हल्के में बिल्कुल ना लें। लाल होना, फूलना या सूजन आ जाना। ये सब मसूड़ों की बीमारी होने के संकेत है। ऐसे में अगर आपने जल्द से जल्द इलाज नहीं करवाया तो आपको काफी समस्याएं हो सकती है।
2. मसूड़ों से खून निकलना
हमारे मसूड़ों से खून आना इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे की – मसूड़ों में तेज ब्रश लग जाना, खाते समय मसूड़ों का कट जाना या फिर खाने के बाद ब्रश न करने की वजह से बैक्टीरिया लग जाना। मसूड़ों से खून आने की समस्या को अक्सर लोगो में देखा जाता है, जो की कई वजह से हो सकती हैं, जैसे – विटामिन की कमी होना, तेज ब्रश करना आदि और यह प्लेटलेट विकार या ल्यूकेमिया जैसे गंभीर बीमारियों का भी संकेत हो सकती है। अगर इसकी ठीक से देखभाल न की जाये तो, यह गिंगिवाइटिस यानी मसूड़ों में सूजन का रूप ले सकता है। जिस वजह से बाद में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
3. मसूड़ों में सूजन और दर्द होना
मसूड़ों में दर्द और सूजन होना एक आम समस्या है। इसमें बहुत ज्यादा दर्द होता है। मसूड़ों के दर्द के कारण ब्रश करना तो दूर कुछ खाया-पिया भी नहीं जाता है। कई बार तो मसूड़ों में इतनी सूजन आ जाती है कि उनसे खून निकलने लगता है। जिंजिवीटीज़, पोषक तत्वों की कमी, मुंह की इंफैक्शन के कारण मसूड़ों में सूजन और दर्द की समस्या होने लगती है। वैसे तो मार्किट में कई सारे माउथवॉश और दवाईयां है जिनका इस्तेमाल करके मसूड़ों के दर्द से राहत पाई जा सकती है। मगर बार-बार दवाईयां लेने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
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4. मुंह से लगातार बदबू आना
मसूड़ों की तकलीफ को मेडिकल क्रॉनिक पेरियोडॉन्टाइटिस कहते हैं। आम बोलचाल में इसे पायरिया भी कहा जाता है। मुंह से दुर्गंध इसका शुरूआती लक्षण है। मसूड़ों के ऊपर प्लाक जमने की वजह से ये परेशानियां शुरू होती हैं। प्लाक अधिक जमा होने से मसूड़े अपनी जगह छोडऩे लगते हैं। इस वजह से दांत लंबे दिखने लगते हैं। बचाव के लिए सही ढंग से सुबह और रात को सोने से पहले ब्रश किया जाए तो परेशानी से बचा जा सकता है।
5. मुंह में किसी भी चीज़ क स्वाद न आना
मुंह का खराब या कड़वा होना ज्यादातर मामलों में सामान्य होता है। यह अधिक स्वादिष्ट भोजन खाने, शराब पीने या फिर मुंह संबंधी कोई आम समस्या होने के कारण हो सकता है। कुछ प्रकार के भोजन खाने से कई बार मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है और तम्बाकू चबाने से मुंह का स्वाद कड़वा हो जाता है। यह समस्या हर व्यक्ति को कभी ना कभी हो ही जाती है। हमें इस स्थिति का पता भी चल जाता है और फिर रोजाना की गतिविधियों में व्यस्त होकर भूल जाते हैं कि हमें यह समस्या हुई थी। जब मुंह का स्वाद खराब हो जाता है और लंबे समय तक यह समस्या रहती है, तो यह चिंता का विषय बन सकती है। मुंह का स्वाद खराब होने के साथ-साथ कुछ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे स्वाद को बिल्कुल ही महसूस ना कर पाना, मुंह अंदर से लाल होना, दर्द, सांसों से बदबू आना और खांसी आदि।
6. दांतों का कमजोर होना
सफेद दांत और मजबूत मसूड़े स्वस्थ दांतों की निशानी है। दांत स्वस्थ हो तो उससे कोई परेशानी नहीं होती है, लेकिन दांतों और मसूड़ों के कमजोर होने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कमजोर दांतों और मसूड़ों के चलते खाने-पीने में अक्सर दिक्कत होती है। दांतों में डेंटिन होता है। यह इनर ट्यूब्स का एक समूह होता है जो दांत की तंत्रिकाओं और अन्य कोशिकाओं को कवर करता है। जब इनेमल हट जाता है तो दांतों के डेंटिन और नसें दिखने लगती हैं। इस वजह से दांतों में दर्द और सनसनाहट हो सकती है। दांतों में कैविटी, संक्रमण और गिरने की आशंका बढ़ जाती है।
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