Home Healthy Lifestyle सावधान बार-बार पेट फूलना हो सकता है इन 7 बीमारियों का संकेत

सावधान बार-बार पेट फूलना हो सकता है इन 7 बीमारियों का संकेत

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आजकल की भागदौड भरी जिंदगी और गलत खान पान के चलते अधिकतर लोग किसी ना किसी सेहत संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं। अक्सर कई लोगों की शिकायत होती है कि उनका बार-बार पेट फूलता है। पेट फूलना एक बीमारी होती है। बार बार पेट फूलने से आपको अन्य तरह की गंभीर बीमारियां भी लग सकती हैं। इसलिए अगर आपका पेट फूल जाता है तो इन 7 बीमारियों का संकेत हो सकता है।

1. पेट में ट्यूमर

डाइट या एक्सरसाइज में कोई बदलाव किए बिना पेट फूलने के साथ अचानक वज़न कम होने लगे, तो ये पेट में ट्यूमर का संकेत हो सकता है। ट्यूमर असामान्य कोशिकाओं के समूह होते हैं जो गांठ के रूप में विकसित होते हैं। ये हमारे शरीर की अरबों कोशिकाओं में से किसी एक में शुरू हो सकते हैं।

2. यूटेरस कैंसर

अगर पेट फूलने के साथ स्टूल में ब्लड आने लगे और कब्ज़ भी हो, तो यह कोलोन या यूटरस कैंसर का संकेत हो सकता है। कोलोन या कोलोरेक्टल कैंसर को बड़ी आंत का कैंसर भी कहते हैं। ये कैंसर बड़ी आंत (कोलोन) या रैक्टम (गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल का अंतिम भाग) में होता है। दुनियाभर में कैंसर की तेजी से फैल रही यह तीसरी किस्म है। कोलोन कैंसर के ज्यादातर मामले एडेनोमेटस पॉलीप्स नामक कोशिकाओं के छोटे, गैर-कैंसर (सौम्य) समूहों से शुरू होते हैं।

3. हैपेटाइटिस

हैपेटाइटिस मुख्य रूप से लीवर की बीमारी होती है, जो वायरल इन्फेक्शन होने के कारण होती है। इस अवस्था में लीवर में सूजन आती है। हैपेटाइटिस में पाँच प्रकार के वायरस होते हैं, जैसे- ए,बी,सी,डी और ई। इन पाँच प्रकारों को लेकर ही ज्यादा चिंता करने की ज़रूरत है क्योंकि इनके कारण ही महामारी जैसी अवस्था हो रही है और मौत की आबादी बढ़ रही है। अगर पीलिया में आंखें और स्किन पीली होने के साथ पेट भी फूल रहा हो, तो यह हैपेटाइटिस क संकेत हो सकता है।

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4. कोलोन में इन्फेक्शन

पेट फूलने के साथ-साथ भूख कम लगे और बुखार हो, तो यह कोलोन में इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है। डायरिया होने से कोलोन कैंसर की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। कोलोन में इन्फेक्शन का खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है। जो महिलाएं फाइबर वाले आहार कम लेती हैं उनमें कोलन कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। लंबे समय तक कब्‍ज की समस्या बनी रहना भी कोलोन में इन्फेक्शन की ओर संकेत हो सकता है।

5. लिवर डिजीज

अचानक डाइट या रूटीन में कोई बदलाव किए बिना पेट फूलने के साथ वज़न अचानक बढ़ने लगे, तो ये लिवर में होने वाली बीमारी का संकेत हो सकता है लिवर शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है जिसका आकार छोटी फुटबॉल जितना होता है यह भोजन को पचाने और शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर करने के लिए लिवर आवश्यक है। शरीर का यह अंग यदि खराब हो जाए तो पूरे शरीर की सेहत पर असर डालता है। लिवर की बीमारी का यदि समय पर इलाज न हो तो यह गंभीर समस्या भी बन सकती है।

6. हर्निया

पेट में पानी भर जाने से भी पेट फूलता है। साथ में सर्दी खांसी हो और वज़न भी कम होने लगे तो यह हर्निया के संकेत हो सकते हैं। हर्निया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर के किसी अंग का सामान्य से अधिक विकास होने लगता है। यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है, लेकिन ज़्यादातर पेट में हर्निया होना सबसे सामान्य है, जब पेट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और इसके कारण आंतें बाहर निकल आने की समस्या होती है, तो यह पेट की समस्या समस्या पुरुष व महिलाओं दोनों को हो सकती है।

7. कोलोन प्रॉब्लम

पेट फूलने के साथ, उल्टी, आंखों में जलन, जोड़ों में दर्द मुंह में छाले हो रहे हों, तो यह कोलोन में प्रॉब्लम का संकेत हो सकता है। मानव शरीर में कोलन कैंसर की पहचान होने पर इसको रोकने के लिए पॉलिप्‍स को खोज कर उन्‍हें हटाया जाता है। पॉलिप्‍स को हटाने के बाद कोलन कैंसर का जोखिम कम हो जाता है। कोलन पांच फीट लंबी मसक्यूलर ट्यूब होती है। कोलन कैंसर बड़ी आंत में या फिर रेक्टम (यह बड़ी आंत का अंतिम सिरा होता है) से शुरू हो सकता है। आम बोलचाल में कोलन-रेक्टल कैंसर को ही कोलन कैंसर कहते हैं। खान-पान और लाइफस्‍टाइल के कारण कोलन कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलायें कोलन कैंसर का ज्‍यादा शिकार हो रही हैं। जो महिलाएं फाइबर वाली चीजें कम खाती हैं जिससे उनमें कोलन कैंसर का खतरा अधिक होता है।

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