Home Healthy Lifestyle ब्‍लड डोनेट करने से पहले, इन 7 बातों का रखें ध्यान

ब्‍लड डोनेट करने से पहले, इन 7 बातों का रखें ध्यान

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रक्तदान (ब्लड डोनेट) करना बहुत अच्छी बात है। आपने देखा होगा कि बहुत से लोग हैं, जो रक्तदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। अस्पतालों और गैर सरकारी संगठनों द्वारा रक्तदान के कई आयोजन करवायें जाते है। रक्तदान करना कई कारणों से बहुत महत्वपूर्ण है। इतना ही नहीं आपके रक्तदान करने से किसी दूसरे व्यक्ति की नया जीवन मिल सकता है, बल्कि समय आने पर आपके लिए रक्त की आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है। हर 3 या 6 महीने मे हमको रक्तदान करते रहना चाहिये, इससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है। एक शोध के अनुसार  एक रक्तदान तीन लोगों के जीवन को बचाया जा सकता है। हर दो सेकंड किसी न किसी व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता पड़ती है। कई लोगों को रक्तदान करने के बाद चक्कर या उल्टी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कुछ लोगों का मानना ​​है, कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आ सकती है। अगर आप रक्तदान करें तो हमेशा इन 7 बातों का ध्यान रखें।

हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, एचआईवी

हेपेटाइटिस बी और सी वायरस, एचआईवी, वीडीआरएल, मलेरिया और डेंगू की भी जांच अवश्य कराएं, क्योंकि यह खून में छिपी एक गंभीर बीमारी है।

हेपेटाइटिस बी- हेपेटाइटिस बी दुनिया में सबसे संक्रामक बीमारी है। हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) के कारण होता है, ये वायरस लीवर पर हमला कर इसे खराब कर देता है। अधिकांश ये बीमारी व्यस्क लोगो को संक्रमित करती है।
हेपेटाइटिस सी- यह एक रक्त-संक्रमित बीमारी है, जो हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) की वजह से होता है जो इंजेक्शन, टैटू, एक्यूपंक्चर, दूषित टूथब्रश, लंबे डायलिसिस और एक ही ब्लेड से दाढ़ी बनाने से दूसरे व्यक्ति तक ये वायरस पहुंच जाता है।
एचआईवी- एचआईवी संक्रमण एक प्रमुख विश्व स्वास्थ्य समस्या है, एचआईवी एक वायरस है जो शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। जिसके कारण लगभग 3.5 मिलियन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

हीमोग्लोबिन, वजन 

रक्त दान करने वाले और हीमोग्लोबिन दान करने वाले व्यक्ति के वजन की मुख्य रूप से जांच करने की आवश्यकता होती है।रक्तदान के लिए वजन 50 किलो या उससे अधिक होना चाहिए।

हीमोग्लोबिन- इन लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर हीमोग्लोबिन भरा होता है। हीमोग्लोबिन में लाल रक्त कोशिकाओं की मात्रा का 30 से 35% रक्त होता है।हीमोग्लोबिन हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण भाग है। हीमोग्लोबिन हमारी रक्त कोशिकाओं में मौजूद आयरन(लोह) होता है। ये प्रोटीन हमारे शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को संतुलित करते हैं। इसका सबसे जरुरी काम हमारे फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाना होता है ताकि हमारी सभी  कोशिका ढंग से कार्य कर सकें। हीमोग्लोबिन हमारी कोशिकाओं से फेफड़ों तक कार्बन डाइऑक्साइड को वापस करने का काम करता है। हीमोग्लोबिन एक स्वस्थ जीवन के लिए बहुत अच्छा व महत्वपूर्ण है ताकि आपकी रक्त की मात्रा सही हो। पुरुषों में हीमोग्लोबिन की सही मात्रा 14 से 17 ग्राम रक्त होनी चाहिए। महिलाओं में यह 13 से 15 ग्राम रहनी चाहिये। बच्चों के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा लगभग 14 से 20 ग्राम रक्त रहना चाहिये।

ब्लड प्रेशर

ब्लेड डोनेट करते समय दिल की धड़कन 50 से 100 के बीच होना चाहिए, जो सामान्य है। ब्लड प्रेशर सामान्य होना चाहिए।

ब्लड प्रेशर- रक्तचाप(ब्लड प्रेशर) एक गंभीर बीमारी है। इसकी वजह से कोरोनरी हार्ट डिसीज, हार्ट फेल्योर, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं। यह बीमारी हर उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले सकती है। रक्तचाप से हमारी धमनियों पर दबाव पड़ने लगता है। उसकी वजह से वॉल क्षतिग्रस्त और उनमें ब्लॉकेज हो जाती है।

 ब्लड ग्रुप

रक्तदान करने से पहले अपने रक्त की जांच करा लें, जिससे ये जानकारी रहे कि आपका रक्त समूह (ब्लड ग्रुप) कौन सा है, रक्तदान करते समय वहां पर मौजूद कर्मचारियों से अपने रक्त समूह के बारे में पूछें। ऐसा करने से आपको अपने रक्त समूह के बारे सही जानकारी मिल जायगी। इसके अलावा न्यूक्लिक एसिड टेस्ट भी करवा लेना चाहिए।

1 घंटे पहले कुछ न खाएं 

रक्तदान से पहले अधिक वसा युक्त या तला हुआ भोजन, पिज्जा, बर्गर, आइसक्रीम आदि नहीं खाना चाहिए। क्योंकि रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है, रक्त की जाँच नहीं होती है और दिया गया रक्त व्यर्थ हो सकता है। रक्तदान करने के तुरंत बाद उठकर नहीं चल देना चाहिये बल्कि10 -15 मिनिट आराम कर लेना चाहिये। रक्तदान करने मे ज्यादा समय नहीं लगता है।

स्मोकिंग या एल्कोहल

रक्तदान करने से एक दिन पहले धूम्रपान करना बंद कर दें। जो कोई भी रक्त दान करता है, उसे रक्त दान करने के कम से कम तीन घंटे बाद धूम्रपान करना चाहिए। अन्यथा धूम्रपान का असर सीधे रक्त में मिल जाता है और जिसे रक्त दिया जाता है, वह बीमार भी हो सकता है। रक्तदान करने से दो दिन पहले तक शराब न पिएं।

सोड़ा ड्रिंक न लें 

रक्तदान करने से पहले कभी भी सोड़ा ड्रिंक का सेवन न करें, अगर आपको रक्तदान करने जा रहे हैं, तो ध्यान रखें कि सर्दी, खांसी, बुखार आदि नहीं होना चाहिए। 18 से 60 आयु वर्ग के लोग जो पूरी तरह से स्वस्थ हैं और जिनका वजन 50 किलो से ऊपर है। वे 450 मिलीलीटर रक्त दान कर सकते हैं। 3 महीने में पुरुष और महिलाएं 4 महीने में एक बार रक्तदान कर सकते हैं।

ये लोग रक्तदान कर सकते हैं

1. स्वस्थ और फिट व्यक्ति

2. व्यक्ति जिसे कोई संक्रामक रोग न हो।

3. 18-60 वर्ष की आयु में 50 किलोग्राम से अधिक व्यक्ति का वजन।

4. रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर 12.5% ​​होना चाहिए।

ये लोग रक्तदान नहीं कर सकते

1. हाई बीपी, डायबिटीज के मरीज

2. गुर्दे (किडनी) की बीमारी के मरीज।

3. महिला गर्भपात के 6 महीने तक रक्तदान नहीं कर सकती

4. मलेरिया के मरीज 3-4 महीने तक रक्तदान नहीं कर सकते

5. किसी भी प्रकार के टीके के एक महीने बाद ही रक्त दान कर सकते हैं

6. शराब पीने के बाद 24 घंटे तक रक्तदान नहीं किया जा सकता है।