Home Healthy Lifestyle क्यों होता है वायरल फीवर ये हैं इसके बचाव की 5 टिप्स

क्यों होता है वायरल फीवर ये हैं इसके बचाव की 5 टिप्स

ऐसे 5 घरेलू नुस्खों के बारे में बता रहे है जिन्हें आजमाकर आप इस बुखार को कम या इससे पूरी तरह से निजाद भी पा सकते हैं।

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लगातार मौसम में बदलाव के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव आता हैं। जिसकी वजह से वायरल फीवर होने का डर अधिक रहता है, क्योंकि मौसम में बदलाव के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और बुखार के बैक्टीरिया आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। हम आपको ऐसे 5 घरेलू नुस्खों के बारे में बता रहे है जिन्हें आजमाकर आप इस बुखार को कम या इससे पूरी तरह से निजाद भी पा सकते हैं।

1. आलू के टुकड़े

वायरल फीवर की शुरुआत तो सामान्यत: बुखार से ही होती है, लेकिन इस दौरान थकान महसूस होना, मांसपेशियों या बदन में दर्द, तेज बुखार, खांसी, जोड़ो में दर्द, दस्त, त्वचा के ऊपर रैशज़, सर्दी, गले में दर्द, सर दर्द, आंखों में लाली और जलन का अनुभव, ग्रसिका नली में सूजन आना इसके खास लक्षण हैं। यदि आपको इस प्रकार की समस्या होने पर आप आलू के कटे टुकड़े विनेगर सिरके में भिगो लें इसे किसी साफ़ कपड़ें में लपेटकर माथे पर रखने से फायदा होता है।

2. नींबू के टुकड़े

नींबू में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। रोजाना नींबू पानी पीने वालों को जुकाम-बुखार की भी बहुत कम शिकायत होती है। आप नींबू के टुकड़े काटकर तलवों पर घिसें या फिर कटे टुकड़े मोजे में डालकर रातभर पहन कर रखें।

3. लहसुन    

अगर आपको सामान्य बुखार हैं यानी अभी बुखार की शुरुआत ही हुई है, तो ऐसे में आप यह उपाय आजमा सकते हैं। यह उपाय इतना असरकारी हैं कि इसे हजारों बार बुखार के रोगी को दिया हैं और परिणाम में लाभ ही हुआ हैं। इसके प्रयोग से सर्दी जुकाम और खांसी दोनों में आराम मिलता हैं। लहसुन को कुचलकर एक चम्मच शहद के साथ खाएं सरसों के तेल में लहसुन तलकर उससे तलवों की मालिश करें।

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4. तुलसी   

तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जिससे शरीर के अंदर के वायरस खत्म होते हैं। तेज बुखार से पीड़ित मरीज को राहत दिलाने में तुलसी के पत्ते काफी मददगार साबित हो सकते हैं। आप चार गिलास पानी में 20-25 तुलसी की पत्तियां, अदरक का टुकड़ा और 3-4 लौंग उबाल लें और हर दो घंटे में यह पानी पिएं। यह तुलसी का काढ़ा पीते रहने से बुखार में बहुत लाभ होता हैं, यह काढ़ा सामान्य बुखार व वायरल बुखार दोनों तरह के ट्रीटमेंट में रामबाण होता हैं। इसके सेवन से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं, सर्दी जुकाम दूर होता हैं, कफ की शिकायत ख़त्म हो जाती है।

5. नीम  

कुछ दिनों से वायरल फीवर के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सर्दी-खांसी जुकाम को इस मौसम में खासतौर पर नजरअंदाज न करें। ये संक्रमण के शुरुआती लक्षण होते हैं। ऐसी स्थिति में आप नीम का उपाय कर सकते है ये इस समस्या को कम करने में बहुत लाभदायक साबित हो सकती है। आप नीम की कोमल पत्तियों को चबाने, नीम के पानी से नहाने और कमरे में नीम की पत्तियां रखने से भी फायदा होता है। यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और खून भी साफ करता है तथा धमनियों में रक्त-संचार को सुचारू रूप से संचालित करने में मददगार है।

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