Home Men's Health 7 दिन में बढ़ेगा स्टेमिना, इस बीज को दूध में मिलाकर पिएं

7 दिन में बढ़ेगा स्टेमिना, इस बीज को दूध में मिलाकर पिएं

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कौंच के बीज के बारे में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। कौंच को एक आयुर्वेदिक औषधि माना गया है। कौंच के बीज पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। ये आयुर्वेद स्टोर में आसानी से उपलब्ध हैं। अगर कौंच के बीज के पाउडर को दूध में मिलाकर रोज पिया जाए, तो 7 दिनों में शरीर की स्टेमिना को बढ़ाने में मदद करता है।

कौंच के पौधे के सभी भागों में औषधीय गुण होते हैं। इसकी पत्तियों, बीजों और शाखाओं का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है।कौंच के बीज का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं के अलावा अन्य दवाओं में भी किया जाता है। कौंच के बीज की पूड़ी और लड्डू भी बनाये जाते हैं | कौंच के बीजों का उपयोग शरीर में वात और पित्त विकारों को कम करता है।

कौंच के बीज का इंग्लिश नाम मुकुना प्रुरियंस (Mucuna pruriens) है। इसके अलावा इसे किवांच, काउहैज, कोवंच, अलकुशी, कौंचा व कवच आदि नाम भी हैं। इतना ही नहीं कौंच को मखमली फलियों के रूप में भी जाना जाता है। आयुर्वेद में दवा बनाने के लिए सालों से इसकी पत्तियों, बीजों और जड़ों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। इस बीज का उपयोग यौन समस्याओं के लिए एक आयुर्वेदिक टॉनिक (दवा) के रूप में किया जाता है।

इसके बीजों को अच्छे से पीसकर पाउडर बना लें और एक गिलास दूध में छोटी चम्मच का एक चौथाई भाग मिलाकर पिएं। यदि हम बीजों का सेवन करते हैं, तो हमारे शरीर में रक्त का प्रभाव अच्छा होता है, जिससे हमारी मांसपेशियों में दर्द होता है। इस पाउडर को दूध में मिलाकर हर सुबह पिने से शरीर के अंगो में कमजोरी दूर व कई अन्य समस्याओं से भी निजात मिलती है।

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट की आवश्यकता होती है। यह शरीर को बीमारियों से बचाता है। इसलिए उन खाद्य पदार्थों को चुनना आवश्यक है, जिनमें एंटीऑक्सिडेंट गुण हैं। कौंच का बीज उनमें से एक है। यह न केवल एंटीऑक्सिडेंट, बल्कि एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरा है। कौंच स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है।

कई लोग ऐसे होते हैं जिनका विवाह के बाद भी बच्चे नहीं होते हैं, लेकिन वे नहीं जानते कि इसके पीछे क्या कारण है। बच्चा पैदा करने में आपकी फर्टिलिटी कम है, तो आपको कौंच के बीज का सेवन करना चाहिए| इस बीज का उपयोग पुरुष बांझपन के इलाज के लिए भी किया जाता है। पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या के कई कारण हैं, जैसे – तनाव, बिगड़ी जीवनशैली व हार्मोन असंतुलन। इस स्थिति में कौंच के बीज से इसका इलाज किया जा सकता है। यह शुक्राणु हानि को रोकता है और बांझपन की समस्या को दूर करता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं।

आज जिस तरह से धूल और मिट्टी और प्रदूषण बढ़ रहा है, उसकी वजह से कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। अस्थमा उनमें से एक है, जो किसी को भी हो सकता है। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह गंभीर रूप भी ले सकता है। ऐसे में कौंच का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। यह एक एंटी-हिस्टामिनिक के रूप में कार्य करता है और एलर्जी को रोक सकता है। इसके अलावा कौंच के बीज को आयुर्वेद में कई वर्षों से अस्थमा के उपचार के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।

तनाव एक ऐसी समस्या बन गई है जो लगभग सभी को प्रभावित करती है। वर्तमान में, कोई भी ऐसा नहीं होगा जिसे तनाव की समस्या नहीं है। नौकरी की जिम्मेदारियों और अन्य छोटी समस्याओं के कारण, तनाव हर किसी के जीवन का हिस्सा बन गया है। तनाव कई और समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे अनिद्रा, हृदय रोग और कई अन्य शारीरिक और मानसिक समस्याएं। इसलिए समय रहते ही इस पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। तनाव को रोकने के लिए कौंच का उपयोग किया जा सकता है। कौंच में एक एंटीडिप्रेसेंट प्रभाव होता है, जो तनाव को रोक सकता है।

कौंच के बीज में प्रोटीन, स्वस्थ वसा, फाइबर तत्व पाए जाते हैं, जो मांसपेशियों के विकास में मदद करते हैं। इससे शरीर को एनर्जी भी मिलती है। कौंच के बीज खाने से मन को प्रसन्नता देने वाले रसायन निकलते हैं, यह मूड को बेहतर बनाने का काम करता है।

कौंच के बीज खाने से हमारी ग्रंथियां मजबूत होती हैं, उन ग्रंथियों पर रक्त का प्रभाव बढ़ने में ताकत देता है और हमारी ग्रंथियों को मजबूत करने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। आप कौंच बीज पाउडर को इस तरह से भी उपयोग में ले सकते हैं। 5 ग्राम कौंच बीज पाउडर सुबह-शाम एक गिलास दूध के साथ मिश्री मिलाकर पिएं। इसका प्रतिदिन सेवन करने से स्पर्म काउंट तेज़ी से बढ़ जाते हैं।

कौंच के बीज में मौजूद पोषक तत्व इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी काफी मदद करते हैं। पार्किंसंस जैसी तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए आयुर्वेद में कौंच का उपयोग वर्षों से किया जाता रहा है। यह मानव मस्तिष्क को मजबूत बनाता है और मस्तिष्क को तेज बनाता है। जब कोई व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ होता है, तो उसकी एकाग्रता क्षमता में भी सुधार हो सकता है। इम्यूनिटी की शक्ति बढ़ाने के लिए के लिए रोज़ाना 1 चम्मच कौंच को 1 गिलास दूध के साथ 2 खजूर  डालकर उबाल लें और फिर उसे पिये।  

शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने के कारण हमारा शरीर में मोटापा अधिक महसूस नहीं होता है, मगर यदि हम अपने शरीर पर ध्यान नहीं देते हैं, तो हमारे पेट की चर्बी बढ़ने लगती है और वसा में इस वृद्धि के कारण शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है। यदि हम कौंच के बीजों का सेवन करते हैं, तो हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अच्छी रहेगी और कंट्रोल में रहेगी।