Home Preventive Health इन 6 आयुर्वेदिक तरीकों से करें डायबिटीज़ कंट्रोल

इन 6 आयुर्वेदिक तरीकों से करें डायबिटीज़ कंट्रोल

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आजकल मधुमेह (डायबिटीज़)  एक आम बीमारी बन चुकी है, क्योंकि आजकल हर दूसरा व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है। मधुमेह को साइलेंट किलर के रूप में भी जाना जाता है। मोटापा, गलत आहार, बदलती जीवनशैली के साथ-साथ और भी कई अन्‍य कारण डायबिटीज़ के लिए जिम्‍मेदार हैं। हम आपको ऐसे 6 आयुर्वेदिक खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके ब्‍लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं।

डायबिटीज़  (मधुमेह) 

जब शरीर में ब्‍लड शुगर का स्तर बढ़ता है, तो इस स्थिति को मधुमेह या डायबिटीज़ कहा जाता है। मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपका ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, क्योकि रक्त में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है और रक्त कोशिकाएं इस शर्करा का उपयोग करने में असमर्थ होती हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर को खोखला करने लगती है। डायबिटीज़ में इंसुलिन ठीक से काम नहीं करता है। यदि इस बीमारी को नजरअंदाज किया जाए, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित करती है और इससे मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए मधुमेह को समय पर नियंत्रित करना बहुत महत्वपूर्ण है।

1. आंवला

आंवला विटामिन सी का सबसे बड़ा पोषक तत्व है, जो आपके ब्‍लड शुगर के स्तर को कम करने में भी सहायक है। इसमें विटामिन सी के साथ-साथ एंटीऑक्सिडेंट, लोहा और कैल्शियम भी मौजूद होते हैं। आंवला आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को सेहतमंद बनाये रखने में मदद करता है। कुछ अध्ययनों में पता चला है,कि ग्लूकोज के स्तर को विनियमित करने में मदद कर सकता है, और शरीर को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। यह आपकी त्वचा, बाल और आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता और पाचन के लिए भी फायदेमंद है। इसलिए आपको रोजाना एक या दो आंवला खाने चाहिए और इसके रस को तैयार करके इसका सेवन करना चाहिए।

2. हल्दी

हल्दी कई औषधीय गुणों से भरपूर है, यह एक आयुर्वेदिक सुपरफूड है। हल्दी एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है, जो मधुमेह को नियंत्रित करने के साथ-साथ आपको कई अन्य बीमारियों से बचाने में सहायक है। कुछ अध्ययनों के अनुसार पता चला है, कि हल्दी में पाया जाने वाला एक सक्रिय यौगिक करक्यूमिन रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकता है और मधुमेह की जटिलताओं को भी कम कर सकता है। अगर आप मधुमेह के रोगी हैं, तो आप रोजाना हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं।

3. करेला

करेला आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करता है और वजन कम करने में भी आपकी मदद करता है। अगर करेले के जूस का नियमित सेवन किया जाए, तो शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है।

4. रागी का आटा

रागी अपने आप में एक पौष्टिक आहार है। रागी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिसे पचने में थोड़ा समय लगता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। इसके अलावा रागी प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी और आयरन से भरपूर होता है। मधुमेह रोगियों को रागी का सेवन करने की सलाह दी जाती है, मधुमेह के अलावा यह हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर में खून की कमी को पूरा करने में मदद करता है। रागी का आटा कई स्नैक्स और व्यंजन बनाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है।

5. मेथी

मेथी पाचन को धीमा कर देती है, मेथी के बीज ब्लड शुगर के स्तर को ध्यान में रखते हुए और इंसुलिन गतिविधि को बेहतर बनाने में बहुत अच्छे माने जाते हैं। इसके बीजों में फाइबर मौजूद होता है, जो पाचन प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करता है और कार्बोहाइड्रेट और चीनी के अवशोषण को नियंत्रित करता है। अगर मधुमेह के रोगी एक चम्मच मेथी पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर रोजाना सुबह और शाम पियें तो मधुमेह को नियंत्रण में रखा जा सकता है।

6. जामुन

आप में से कई लोग जानते होंगे, कि मधुमेह के इलाज के लिए जामुन को बहुत अच्छा माना जाता है। इसमें अद्भुत एंटीऑक्सीडेंट गुण हैं और इसमें जंबोलिन भी शामिल है, जो एक रसायन है। यह पता चला है, कि यह स्टार्च के डायस्टेटिक रूपांतरण को शर्करा धीमा कर देता है। यही कारण है, कि मधुमेह रोगियों के लिए जामुन बहुत फायदेमंद है। वजन कम करने वाले, हृदय रोगियों और मधुमेह के रोगियों के लिए जामुन बहुत फायदेमंद है। यह आपके ब्‍लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए मधुमेह के रोगियों के लिए जामुन फायदेमंद माना जाता है।