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3 घंटे से ज्यादा टीवीमोबाइल देखने वाले बच्चों को हो सकती है डायबिटीज

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अगर आपके बच्चे 3 घंटे या इससे ज़्यादा रोज टीवी देखते हैं या कम्प्यूटर, टैबलेट व स्मार्टफोन पर समय बिता रहे हैं, तो यह उनकी सेहत के लिए अच्छी बात नहीं है। हाल में हुए एक शोध में यह बात सामने आईं है कि ज़्यादा देर तक फोन या टीवी देखने से बच्चों में डायबिटीज़ का खतरा बढ़ जाता है।

1. मोटापा 

मोटापा हमारी सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। मोटापा हमको किसी भी उम्र में अपनी चपेट में ले सकता है। इसके अलावा कहीं न कहीं हम खुद अपने मोटापे के लिए जिम्मेदार होते हैं। वर्तमान समय में बदल रही जीवलशैली के चलते अब तो छोटे बच्चों मोटापे का शिकार हो रहे हैं। बच्चों का कई घंटों तक इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन के सामने बैठे रहने और फ़ास्ट फ़ूड या स्नैक्स खाने से काफी मात्रा में कैलोरी कंज्यूम होती है। ऐसे में समय से पहले बॉडी फैट बढ़ने लगता है।

2. आंखों की प्रॉब्लम

हमारे सबसे खास और नाजुक अंगों में से होती हैं आंखें। अगर इनका ख्याल न रखा जाए तो छोटी-सी परेशानी जिंदगी भर की तकलीफ बन सकती है। छोटे बच्चों की आंखें ज्यादा संवेदनशील होती हैं, इसलिए उन्हें लेकर ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। बच्चे अगर लंबे समय तक इल्क्ट्रॉनिक स्क्रीन को देखते हैं, तो इससे आंखो में ड्रायनेस और रेडनेस आने लगती है इसके कारण आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है।

3. ब्रेन पर असर  

यह ऐसी गंभीर समस्या है, जिससे सभी पेरेंट्स जूझ रहे हैं। आजकल स्कूली बच्चों का ज्यादातर समय इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ व्यतीत होता है। अगर बच्चे लंबे समय तक टीवी, कप्यूटर या मोबाइल का यूज़ करते हैं, तो ब्रेन टिश्यूज डैमेज होने लगते हैं इससे ब्रेन पावर कमजोर होने लगती है। इन डिवाइसेज के इस्तेमाल आमतौर पर बच्चों को जो परेशानियां होती हैं जैसे कि किसी चीज पर फोकस न कर पाना, ध्यान न लगा पाना, दिमाग एकाग्र न होना, चीजें जल्दी भूल जाना, सही-गलत के निर्णय क्षमता में कमी, लोगों की बातों को ठीक तरह से न समझ पाना और जिद्दीपन का स्वभाव अपना लेना आदि कई परेशानियां हैं।

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4. बॉडी पेन    

इंसान के शरीर में करीब 60 हजार मील लंबी रक्त वाहिकाएं होती हैं। आपके ह्रदय से लेकर अन्य मांसपेशियों तक मिलकर ये आपके रक्तवह-तन्त्र का निर्माण करती हैं। आपके शरीर में मौजूद ये नेटवर्क पूरी बॉडी के हर हिस्से में रक्त पहुंचाता है। लेकिन जब यह प्रवाह खराब हो जाता है तो यह रक्त के प्रवाह की धीमा या फिर बाधित कर देता है। रक्त का प्रवाह धीमा या बाधित होने से मतलब है कि आपके शरीर में मौजूद कोशिकाओं को पर्याप्त रूप से ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिलेंगे, जिसकी उसे जरूरत होती है। लंबे समय तक टीवी या मोबाइल का यूज़ करने से बच्चों की बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं हो पाता है ऐसे में नेक, बैक और रिस्ट पेन जैसी प्रॉब्लम होने लगती है।

5. नींद की प्रॉब्लम  

बच्चों को इलेक्ट्रानिक स्क्रीन पर ज़्यादा समय बिताने से ब्रेन पर बुरा असर पड़ता है ऐसे में नींद न आने की प्रॉब्लम होने लगती है साथ ही इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करने में बच्चे सबसे आगे हैं, लेकिन इसके इस्तेमाल से एक तरफ जहां बच्चे हाईटेक हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ गंभीर बीमारी का शिकार भी हो रहे हैं। मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, गेम्स आदि का जरूरत से ज़्यादा इस्तेमाल करने वाले बच्चों का व्यवहार, इन गैजेट्स का कम इस्तेमाल करने वाले बच्चों से अलग होता है। इस रिसर्च में सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण बात जो सामने आयी है वह यह कि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करने वाले बच्चों में आक्रामकता का स्तर बेहद ज़्यादा होता है, जो बच्चों के लिए काफी नुकसानदेह है।

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