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5 आसान टिप्स, वायरल फीवर से कैसे बचें

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Updated On वायरल फीवर को मौसमी संक्रमण वाला बुखार भी कहा जाता है। आप डॉक्टर के पास जाने से पहले घर पर उपचार करके इस वायरल फीवर(बुखार) को कम कर सकते हैं या पूरी तरह से छुटकारा पा सकते हैं। वायरल बुखार के लिए यह इलाज सुरक्षित और आसानी से उपलब्ध है। इस वायरल फीवर के इलाज के लिए कुछ एंटीबायोटिक्स या कुछ ओवर-द-काउंटर दवाओं का उपयोग किया जाता है।

वायरल फीवर क्या है

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अक्सर मौसम में बदलाव, खान-पान या शारीरिक कमजोरी के कारण वायरल फीवर होता है। वायरल बुखार हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है, वायरल संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। आमतौर पर वायरल बुखार के लक्षण सामान्य बुखार के समान ही होते हैं, लेकिन इसे नजरअंदाज किए जाने पर व्यक्ति की स्थिति बहुत गंभीर भी हो सकती है। वायरल बुखार को ठीक होने में 5-6 दिन भी लगते हैं। बुखार की शुरुआती अवस्था में गले में खराश, खांसी, सिरदर्द, थकान, जोड़ों का दर्द, साथ ही उल्टी और दस्त, आँखें लाल होना और माथे का बहुत गर्म रहना आदि समस्या होती है। इसे नजरअंदाज करने से आपका वायरस शरीर में आसानी से बढ़ने लगता है और वयस्कों के साथ यह वायरल बुखार बच्चों में भी तेजी से फैलता है।

वायरल बुखार से कैसे बचें व 5 आसान टिप्स 

आप इन कार्यों को करके वायरल बुखार से बच सकते हैं।

1. बारिश से खुद को बचाएं।
2. यदि आप बारिश के भीग गए हैं तो घर पर स्नान जरूर करें।
3. रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीएं।
3. गर्म पानी से ग़रारे करें, ताकि आप को आराम मिल सकें।
4. बाहर का खाना खाने से बचें।
5. खाना पकाने से पहले सब्जियों को गर्म नमक के पानी से धोएं।
6. गीले कपड़े और गीले बालों के साथ एसी कमरे में प्रवेश करने से बचें।
7. साफ़ सफाई रखें।
8. अगर आपके घर पर मच्छर हैं, तो पेस्ट स्प्रे अवश्य करें।
9. फर्श पर एंटी-बैक्टीरियल का छिड़काव करें।
10. जितना संभव हो उतना छिलके वाले फल न खाएं।

1. तुलसी के पत्ते

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वायरल बुखार के इलाज के लिए तुलसी के पत्ते सबसे ज्यादा प्रभावी और सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली दवाओ मे से एक है। जीवाणुरोधी, कीटाणुनाशक, एंटी-बायोटिक और कवकनाशी गुण वायरल बुखार के लिए तुलसी को सर्वश्रेष्ठ बनाते हैं। आधा चम्मच लौंग पाउडर को लगभग 20 ताजा और साफ तुलसी के पत्तों को साथ एक लीटर पानी में उबालें। पानी को तब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाए। जब यह काढ़ा बन के तैयार हो जाये तो इस काढ़े को हर दो घंटे में पिएं।

2. शहद,अदरक और हल्दी

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जो लोग वायरल बुखार से पीड़ित हैं, उन लोगों को बेचैनी से राहत पाने के लिए शहद के साथ सूखे अदरक और हल्दी का उपयोग करना चाहिए। अदरक सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और बुखार-विरोधी लक्षण होते हैं। अदरक के दो टुकड़ों को या अदरक के सूखे पाउडर को पानी में उबालें। दूसरे उबाल में हल्दी, काली मिर्च, चीनी, आदि अदरक के साथ उबालें। इसे दिन में चार बार थोड़ा-थोड़ा पिएं। यह काढ़ा वायरल बुखार से राहत दिलाता है।

3.धनिया की चाय

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धनिया के बीज शरीर को विटामिन प्रदान करते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करते हैं। धनिया में एंटीबायोटिक यौगिकजो वायरल संक्रमण को कम करने मे मदद करता हैं। इसके लिए एक बड़ा चम्मच धनिया के बीज को पानी में डालकर उबाल लें। उसके बाद दूध और चीनी डालें और उसे मिलाएं। इसे पीने से वायरल बुखार में काफी राहत मिलती है।

4. मैथी का पानी 

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मेथी के बीजों में डायजेजेनिन, सैपोनिनस और एल्कलॉइड जैसे औषधीय गुण पाए जाते हैं। वायरल बुखार के इलाज के लिए इस पानी को नियमित रूप से पिएं। मेथी के बीज, नींबू और शहद के मिश्रण को तैयार करके इस्तेमाल मे लाया जा सकता है। मेथी के बीजों का उपयोग कई अन्य बीमारियों के उपचार में भी किया जाता है और यह वायरल बुखार केर लिए एक बेहतर दवा है।

5. चावल का माढ़(स्टार्च)/ नींबू और शहद

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वायरल बुखार के इलाज के लिए चावल का माढ़ एक लोकप्रिय घरेलू उपाय है इस पारंपरिक दवा से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह विशेष रूप से बच्चों और माता-पिता के लिए जो वायरल बुखार से पीड़ित हैं। उनके लिए प्राकृतिक पौष्टिक पेय के रूप में काम करता है, थोड़ा स्वाद के लिए नमक मिलाएं और जब यह गर्म-गर्म रहे तभी पिएं। नींबू का रस और शहद वायरल बुखार को कम करते हैं। शहद और नींबू के रस का भी सेवन किया जा सकता है।

वायरल बुखार में सावधानियां

1. मरीज के शरीर पर पानी की सामान्य पट्टी रखें। जब तक शरीर का तापमान कम न हो जाए, तब तक पट्टी रखें।
2. मरीज को हर छह घंटे में एक पेरासिटामोल टैबलेट दी जा सकती है। डॉक्टर से पूछे बिना कोई अन्य गोली न दें।
3. बुखार दो दिन तक ठीक न होने पर मरीज को डॉक्टर के पास ले जाएं।
4. रोगी को पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज और इलेक्ट्रोलाइट का सेवन करना चाहिए।

काली चाय में अदरक का रस मिलाएं और एक चम्मच शहद डालें। अदरक के रस को थोड़े गर्म पानी के साथ भी लिया जा सकता है। इससे गले को भी आराम मिलेगा और वायरल बुखार भी नहीं होगा। यहां तक ​​कि अगर वायरल बुखार फिर सेआना शुरू होता है, तो यह जल्द ही आराम मिल जाएगा।

 

 

 

 

 

 

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