Home Healthy Lifestyle भूलकर भी न आजमाएं ये 8 घरेलू नुस्खे, हो सकता है नुकसान

भूलकर भी न आजमाएं ये 8 घरेलू नुस्खे, हो सकता है नुकसान

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ये घरेलू नुस्खे काफी आसान होते हैं और इन घरेलू नुस्खों को आजमाकर कई तरह की हेल्थ समस्याओं को दूर किया जा सकता है। कुछ लोगों को इन घरेलू नुस्खों की सही जानकारी न होने के कारण वे गलत घरेलू नुस्खे आजमाने लगते हैं। जिसकी वज़ह से हेल्थ प्रॉब्लम्स ओर भी बढ़ जाती है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताते हैं, जो आपकी सेहत और शरीर दोनों को ही बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं।

1. जलने पर मक्खन लगाना  

अक्सर आपने लोगों को कहते हुए सुना होगा कि जले पर मक्खन लगाने से जलन शांत होती है, लेकिन यह भी पूरा सच नहीं है, क्योंकि इससे जलन तो शांत होगी पर कुछ मिनटों के लिए। आपके शरीर के तापमान से मक्खन पिघल जाता है, जलने पर स्किन बहुत सेंसेटिव हो जाती है, जिससे इन्फेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता हैऐसे में जले पर मक्खन लगाने के कारण घाव में मौजूद बैक्टीरिया आसपास भी फैल जाते हैं, जिससे शरीर पर संक्रमण का खतरा अत्याधिक बढ़ने लगता है।

2. नमक वाला चूर्ण  

आमतौर पर सीने में दर्द उठने पर लोग हार्ट अटैक की संभावनाओं की वजह से परेशान हो जाते हैं। उनके लिए सीने का दर्द मतलब दिल का दौरा ही होता है, जबकि सीने का दर्द हार्ट अटैक के अलावा कई अन्य किस्म की बीमारी का कभी कभी ऐसा होता है, कि धमनियों के सिकुड़ने के कारण रक्त के आवागमन में बाधा पहुंचती है और धमनियों में रक्त का ऐसी स्थिति में सांस लेने में मुश्किल होने लगती है और सीने में दर्द शुरु हो जाता है। हार्ट के पेशेंट्स को सीने में दर्द होने पर कुछ ऐसा चूर्ण पिलाने लगते हैं, जिनमें नमक की काफी मात्रा होती है। ज़्यादा नमक के कारण BP अचानक बढ़ सकता है, जिससे हार्ट अटैक की आशंका बढ़ सकती है।

3. मुंहासों पर टूथपेस्ट

सामान्यत: यह माना जाता है कि पिंपल या चेहरे पर आए दानों से छुटकारा पाने के लिए उन पर टूथपेस्ट लगाना चाहिए। जबकि टूथपेस्ट में एल्कोहल, हाइड्रोजन पैराक्साइड और मेंथॉल जैसे केमिकल्स होते हैं। जिसे मुंहासों पर लगाने से बैक्टीरिया और पनपने लगते हैं जिससे स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती है।

4. मस्सा काटना    

चेहरे पर दिखाई देने वाले बड़े-बड़े मस्से अजीब तो जरूर लगते हैं, लेकिन इनसे छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर के पास जाने के बजाय लोग मस्से को धागे, पतले तार या ब्लेड से काटने की कोशिश करने लगते हैं और काटकर हटाने की कोशिश में घाव बन बना लेते हैं। काटने के दौरान बैक्टीरिया स्किन के अंदर पहुंच जाते हैं, जिसकी वज़ह से इंफेंक्शन  का खतरा बढ़ सकता है।

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5. कान में इरिटेशन  

कान की सफाई करने के लिए लोग हेयर पिन का प्रयोग करते हैं, जबकि इनके नुकीले होने की वजह से यह हर समय आपके लिए एक खतरा ही है। कुछ लोग नोक से बचने के लिए पिन के सिरे पर कॉटन लपेट लेते हैं। लेकिन ये दोनों ही तरीके सही नहीं है। हेयर पिन की नोक आपके कान के पर्दे को फाड़ सकती है तो कॉटन का कान में रह जाने का डर रहता है।

6. घाव पर कपड़ा बांधना  

कई बार चोट लगने पर लोग उसे मोटे कपड़े से बांध देते हैं, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से चोट में हवा नहीं लग पाती और चोट बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिसकी वजह से घाव ठीक होने में ज्यादा समय लगता है और इंफेक्शन का ख़तरा भी बढ़ सकता है।

7. पीलिया में चूने का पानी   

पीलिया की बीमारी ठीक करने के लिए कई लोग घरेलू उपचार का सहारा लेते हैं और उसके लिए मरीज को चूने का पानी पिलाया जाता है। ऐसा करने से बचें क्‍योंकि इसमें मौजूद केमिकल्स पीलिया ठीक नहीं करते बल्कि बॉडी पर बुरा असर डाल सकते हैं।

8. पलक की फुंसी फोड़ना

आंख की पलकों पर बाहर की तरफ या अंदर की तरफ फुंसी हो जाती है, जो कि बहुत ही दर्दनाक होती है। यह फुंसी ज़्यादातर बाहर की तरफ होती है। फुंसी आंख के ऊपरी या निचले हिस्‍से में कहीं भी हो सकती है। इस फुंसी में बहुत दर्द होता है और साथ ही सूजन भी आ जाती है, जिसकी वजह से पलक झपकाने में मुश्किल होने लगती है। कई बार इससे आंख में खुजली या जलन भी होती है, तेज रोशनी से दिक्कत होने लगती है।

अक्‍सर ये समस्या धूल मिट्टी से फैलने वाले बैक्‍टीरिया या फिर स्टैफिलोकोकस बैक्‍टीरिया द्वारा होती है। इस समस्या के होने के अन्य कारण भी हो सकते हैं। आंख की फुंसी को मसलना नहीं चाहिए। किसी नुकीली चीज़ से फुंसी को फोड़ने या पस निकालने की कोशिश बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। फुंसी को मसलने या फोड़ने की वजह से आँख में घाव या इन्फेक्शन हो सकता है।

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