Home Food & Nutrition थाइरॉइड कम करना है तो इन्हें करें डाइट में शामिल

थाइरॉइड कम करना है तो इन्हें करें डाइट में शामिल

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आजकल सही दिनचर्या न होने के कारण लोगों को कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम होने लगी है। खासकर मोटापे की परेशानी और जब मोटापा बढ़ता है, तो शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती है। उन्हीं परेशानियों में से एक थाइरॉइड भी है। अगर आप भी थाइरॉइड की समस्या से जूझ रहें हैं, तो अपनी डाइट में इन हेल्दी चीजों को शामिल करें।

1. नट्स 

थायरॉइड ग्रंथि में सेलेनियम उचित मात्रा में पाया जाता है। इसे थायरॉइड-सुपर-न्यूट्रिएंट भी कहा जाता है, जो थायरॉइड से संबंधित ज्यादातर एंजाइम्स के लिए जरूरी होता है। इससे थायरॉइड ग्लैंड सही तरीके से काम करता है। सेलेनियम एक ऐसा जरूरी तत्व है, जिससे बॉडी की इम्यूनिटी और फर्टिलिटी पर असर पड़ता है। इसलिए खाने में पर्याप्त सेलेनियम थायरॉइड ग्रंथि के सही तरीके से काम करने के लिए बहुत ही आवश्यक है। यह अखरोट, बादाम जैसे सूखे मेवों में पाया जाता है। यह अपके हार्ट के लिए भी बेहद अच्‍छा होता है। यह बात शोधों में भी सामने आयी है, कि नट्स का सेवन करने वालों को हार्ट अटैक का खतरा 50 फीसदी तक कम होता है।

2. फिश 

थायरॉइड में मछली बहुत फायदेमंद होती है। इसमें आयोडीन की मात्रा अधिक होती है, जो लोग नॉनवेज खाना पसंद करते हैं, उन्हें मछली खाना चाहिए। यदि हो सके तो समुद्री मछली का सेवन करें, यह थायरॉइड के मरीजों के लिए ओर भी लाभदायक होती है। समुद्री मछलियों जैसे, झींगा शैलफिश आदि में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। इसके अलावा ट्यूना, सामन, मैकेरल, सार्डिन, हलिबेट आदि मछलियों में ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है, जो थायरॉइड जैसी समस्या को कम करने में काफी लाभदायक होते हैं।

3. शिमला मिर्च 

शिमला मिर्च तीन रंगों में पाया जाता है। ये स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते है। इसमें विटामिन C बहुत ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है, जो कि शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है, इसलिए यह खतरनाक बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। शिमला मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं। जिसके कारण त्वचा स्वस्थ रहती है। इसमें फाइबर भी अच्छा मात्रा में पाया जाता है। जिसके कारण शरीर में फैट नहीं बढ़ता है। साथ ही थायरॉइड की रोकथाम में भी काफी फायदेमंद है। इसके अलावा थायरॉइड के पेसेंट को हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है। परन्तु यदि आप शिमला मिर्च का सेवन करते हैं, तो यह इस खतरे को भी टालती है।

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4. दूध 

थायरॉइड हमारी बॉडी में पाया जाने वाली एंडोक्राइन गाँठ होती है, जो हमारे गले में पाए जाने वाले थाइरॉक्सिन हॉर्मोन को बनाने का काम करती है। साथ ही हमारे शरीर की कार्यक्षमता पर बहुत असर डालती थायरॉइड की समस्या में हल्दी दूध का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से आपकी बॉडी में थायरॉइड का लेवल हमेशा कण्ट्रोल में रहता है।  इसके अलावा आप चाहे तो थाइराइड की समस्या से छुटकारा पाने के लिए दही भी खा सकते है। दूध और दही में विटामिन, खनिज, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। दही खाने से शरीर की प्रतिरक्षा भी बढ़ती है। दूध और दही आदि का सेवन थायरॉइड रोगियों के लिए काफी मददगार होता है।

5. बीन्स 

आपके शरीर की पौष्ट‍िक आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से हो जाती है। कई फायदेमंद खनिजों से परिपूर्ण हरी बीन्स में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए, सी, के और बी 6 पाया जाता है। ये फॉलिक एसिड का भी एक अच्छा स्त्रोत हैं। इसके अलावा इनमें कैल्श‍ियम, सिलिकॉन, आयरन, मैगनीज, बीटा कैरोटीन, प्रोटीन, पोटैशियम और कॉपर की भी जरूरी मात्रा होती है। पर सबसे बड़ी बात यह कि बाकी हरी सब्ज‍ियों की तरह ही इसके सेवन से भी वजन कम करने में मदद मिलती है। इनमें प्रोटीन, कार्ब्स और मिनरल्स होते हैं, जो थायरॉइड के साइड इफेक्ट्स जैसे कब्ज़ से राहत दिलाते हैं।

6. पत्तागोभी-फूलगोभी

गोभी गुण के आधार पर आयुर्वेद में भिन्न-भिन्न बीमारियों के लिए फूलगोभी और पत्तागोभी का प्रयोग औषधि के रुप में किया जाता है। पत्ता गोभी कोलीन, बीटा-कैरोटीन व ल्यूटिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होती है। वैज्ञानिक रिपोर्ट के अनुसार, कोलीन मस्तिष्क विकास में मदद कर सकता है। साथ ही यह सूजन को कम करने में भी मददगार है। इसके अलावा, थायरॉइड व कोलीन गर्भवती महिलाओं में न्यूरल ट्यूब दोष को भी कम कर सकता है। जब हायपरथाइरोडिज्म में डाइजेशन में मदद करते हैं।

7. अंडे

थाइरॉयड की बीमारी में गले में मौजूद ग्लैंड थाइरॉक्सिन हॉर्मोन बनाती है, जो कई तरह के बॉडी फंक्शन्स पर असर डालती है। अगर एक बार ये ग्लैंड हो जाए, तो शरीर के दूसरे हिस्से सही से काम नहीं कर पाते हैं। इससे ग्रस्त मरीज को हर रोज दवा का सेवन करना पड़ता है। थायरॉइड रोगियों के लिए प्रोटीन प्रोटीन युक्त भोजन बेहद फायदेमंद होता है और अंडा प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत है। इसके आलावा अंडे में सेलेनियम, विटामिन डी, बी 6, बी 12, आयरन, कॉपर व जिंक पाया जाता है, जो थायरॉइड को कंट्रोल में रखता है।

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