Home Health Tips #New Research यंग लोगों को हो सकती है ये गंभीर बीमारी, जानें...

#New Research यंग लोगों को हो सकती है ये गंभीर बीमारी, जानें 8 संकेत

Updated On

कोलोरेक्टल कैंसर दुनियाभर में बहुत तेजी से फैल रहा है। कोलोरेक्टल कैंसर 50 साल की उम्र के ऊपर के लोगों में ही होता है, लेकिन अब यह 20 साल के आसपास की उम्र वाले यंग लोगों में भी होने लगा है। अधिकतर लोगों को इस कैंसर के शुरुआती संकेत के बारे में पता नहीं होता है। ऐसे में वे इसे इग्नोर करने की गलती करते हैं। हम आपको कोलोरेक्टल कैंसर के 8 संकेतों के बारे में बता रहे हैं।

1. स्टूल में ब्लड

कोलोरेक्टल कैंसर को आंत का कैंसर, कोलन कैंसर या रेक्टल कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। यह कोलन और मलाशय को प्रभावित करता है। मल में खून आना बहुत ही आम बीमारी है और यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। अगर ज्यादा खून नजर आ रहा हो तो यह मरीज के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है कोलोन कैंसर में स्टूल के साथ ब्लड आने या रैक्टम (गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल का अंतिम भाग) में ब्लीडिंग होने की प्रॉब्लम होती है। इसलिए स्टूल के साथ ब्लड आए, तो इसे इग्नोर न करें।

2. वज़न घटना

आप डाइटिंग या वजन घटाने के लिए वर्कआउट भी नहीं कर रहे तब भी तेजी से आपका वजन घटता जा रहा है, तो आपको सतर्क होने की जरुरत क्योंकि वजन का खुद ब खुद कम होना पेट, फेफड़े और अग्न्याशय में कैंसर के सबसे आम लक्षणों में से एक है। एक शोध के मुताबिक, कैंसर के कुछ रूपों के लिए अचानक वजन कम होना दूसरा सबसे बड़ा जोखिक कारक है। यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड और एक्सेटर के नेतृत्व में किये गई एक स्‍टडी में पाया कि कोलोरेक्टल, फेफड़े, अग्नाशय और गुर्दे के कैंसर के लिए अनजाने में वजन कम होना दूसरा सबसे बड़ा जोखिम कारक है।

3. पेट फूलना  

कभी कभार पेट फूलने के सामान्य कारण हो सकते हैं, जिसमें पाचन संबंधी समस्या, सही डाइट न होना, गैस, तनाव, दवाओं का सेवन या बदलता वातावरण शामिल है। लेकिन अगर हर दिन आप पेट पर सूजन महसूस करते हैं, या आपका पेट गुबार की तरह फूला रहता है, तो सावधान हो जाइए। हमेशा पेट का फूलना कोलोरेक्टल कैंसर का संकेत हो सकता है। साथ ही महिलाओं में हार्मोन परिवर्तनों और मासिकचक्र के दौरान शारीरिक बदलाव के कारण अकसर पेट फूलने की समस्या हो जाती है, लेकिन अगर यह समस्या लगातार बनी रहे तो इस का कारण स्तन, आंतों, अग्नाशय, अंडाशय या गर्भाशय का कैंसर हो सकता है।

4. पेट दर्द 

 

कई लोग अक्सर पेट में दर्द रहने की शिकायत करते हैं। लोग इसे हल्के में लेते हैं और कई बार बिना चिकित्सकों से उचित सलाह लिए दवा खाकर इसका उपचार कर लेते हैं। लेकिन पेट में अक्सर उठने वाला दर्द पेट के कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं। पेट के कैंसर के लक्षणों में पेट दर्द, पेट में सूजन, बार-बार डकार, पाचन की समस्या, हार्टबर्न इत्यादि हैं। हालांकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत स्पष्ट नहीं होते और कई लोग इसे छोटी-मोटी बीमारी समझने की भूल कर देते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक ब्रिटेन में हर साल करीब 7000 लोग पेट के कैंसर की चपेट में आ जाते हैं। यदि आपके पेट के निचले हिस्से में दर्द या ऐंठन महसूस रही हो, तो आपको कोलोरेक्टल कैंसर हो सकता है।

इसे भी पढ़े: पेट के इन 9 हिस्सों के दर्द को हल्के में न लें, हो सकती हैं ये सीरियस प्रॉब्लम 

5. कमजोरी   

सामान्य कमजोरी और थकान का बना रहना कई प्रकार के कैंसर के लक्षणों में शामिल है। साथ ही बिना कारण थकान महसूस होने पर यदि भरपूर नींद ओर आराम के बाद भी वह ठीक न हो तो इसे अनदेखा बिल्कुल न करें। डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

6. बाउल हेबिट्स में चेंज  

 

एब्डोमिनल पेन को नजरअंदाज करना घातक साबित हो सकता है। कई लोगों को एब्डोमिनल पेन, बेचैनी या फिर सूजन की शिकायत होती है। उदर की मांसपेशियों में अक्सर दर्द रहना बोवेल कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर शरीर के इस हिस्से में 4 हफ्तों से ज्यादा तक दर्द की शिकायत हो तो चिकित्सकों की सलाह जरूर है। बाउल हेबिट्स में अचानक बदलाव हुआ होना कब्ज या लूस मोशन की प्रॉब्लम बने रहना कोलोरेक्टल कैंसर का संकेत हो सकता है।

7. पेट साफ न होना  

यह कैंसर 40 से अधिक साल के उम्र वाले लोगों को होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह 20-25 साल के नौजवानों में भी देखने को मिल रहा है। शरीर से विषैले पदार्थ को बाहर निकालना जरूरी होता है। ये तत्व शरीर मल और मूत्र के रास्ते से बाहर निकाल देता है। एक सामान्य व्यक्ति को दिन में 4-8 बार यूरिन होता है। कुछ लोगों को दिन और रात में बार-बार यूरिन आता है लेकिन वे इसे शरीर की सामान्य क्रिया मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। जरूरत से ज्यादा पेशाब आने के कई कारण हो सकते हैं। पेट ठीक तरह से साफ न हो पाए बार-बार टॉयलेट महसूस हो, तो यह कोलोरेक्टल कैंसर का संकेत हो सकता है।

8. वोमिटिंग  

उल्टी होना जिसे वोमिटिंग भी कहते हैं कोई बीमारी नहीं हैं बल्कि एक प्रक्रिया हैं जो कि कुछ विशेष कारणों से होती हैं। मेडिकल की भाषा में इसे “इमेसिस” कहते हैं। उल्टी तब होती हैं जब पेट में जमी खाध्य सामग्री या आधा पचा हुआ भोजन किसी दबाव के कारण मुंह के रास्ते से बाहर की तरफ आता हैं। बार-बार वॉमिटिंग होना या जी मिचलाना कोलोन कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके अलावा इस तरह के कैंसर के लक्षण में पीलिया होना, डायरिया, कब्ज, खून का थक्का बनना इत्यादि भी शामिल है।

इस आर्टिकल को भी पढ़े: सिर्फ 10 मिनट रोज करें यह काम, पेट हो जाएगा कम